Home Page
cover of उन पुष्पों को डर लगता हैं-2023-8-19-5-2-56
उन पुष्पों को डर लगता हैं-2023-8-19-5-2-56

उन पुष्पों को डर लगता हैं-2023-8-19-5-2-56

Ashim Kumar PathakAshim Kumar Pathak

0 followers

00:00-01:13

Nothing to say, yet

Audio hosting, extended storage and much more

AI Mastering

Transcription

आइए आज हम सभी असीम कुमार पाठक उर्फ "पथिक " द्वारा विरचित कविता "उन पुष्पों से डर लगता है " का पाठ करते हैं। उन मुलायम कलियों को उन पुष्पों से डर लगता है उन पुष्पों को बिखरा देख कलियों को सदा डर लगता है उनके नन्हें नन्हें पल कहीं उन पुष्पों की तरह बिखरे ये राह अकेली मंजिल मिले दो पल आँखों भी निखरे दो पल वे तुम्हें प्यार करते दो प्रेमी संग ले याद करते वे तुम्हें प्यार करते चले तो उन पुष्पों के रंग यूं भरते|| उन पुष्पों की खूबसूरती को देख वह प्रेमी मुस्कराते हैं दिन रात एक कर कीर्ति को देख उन पुष्पों डर लगता है सम है और उसकी धड़कन अब तो तू है उसका दर्पण बाता दो पल दो पल जान है क्या कर दूँ उस पर अर्पण मैं नन्हा सा मेरा दिल शीशे सा कवि मित्रों के शहरों में शामिल उन पुष्पों को बिखरा देख कलियों को सदा डर लगता है दो पल का यह जीवन पर खुद को खुशहाल कर दिया उन पुष्पों की तरह बिखरे सबमें ख़ुशी ही बिखेर दिया

MORE INFO

Listen to उन पुष्पों को डर लगता हैं-2023-8-19-5-2-56 by Ashim Kumar Pathak MP3 song. उन पुष्पों को डर लगता हैं-2023-8-19-5-2-56 song from Ashim Kumar Pathak is available on Audio.com. The duration of song is 01:13. This high-quality MP3 track has 48 kbps bitrate and was uploaded on 18 Aug 2023. Stream and download उन पुष्पों को डर लगता हैं-2023-8-19-5-2-56 by Ashim Kumar Pathak for free on Audio.com – your ultimate destination for MP3 music.

Titleउन पुष्पों को डर लगता हैं-2023-8-19-5-2-56
AuthorAshim Kumar Pathak
CategoryPodcast
Duration01:13
FormatAUDIO/MPEG
Bitrate48 kbps
Size442.8KB
Uploaded18 Aug 2023

Listen Next

Other Creators