Home Page
cover of untitledsrish
untitledsrish

untitledsrish

00:00-00:49

Nothing to say, yet

0
Plays
0
Downloads
0
Shares

Transcription

या सृष्टि सृष्टु राज्ञाः वहदि विधि हुतं याहवरिया जहोत्रि। ये द्वेकालं विधत्तः शुरुधि विशय गुणाः या अत्थिता व्याप्यविच्छुं। या माहु सर्वभीजः प्रग्रदिरिधि ये या प्राणिन प्राणवंतः प्रत्यक्षाभि प्रपन्नस्तनु भिरवतु वथ ताभिरश्टाभिरेशः।

Listen Next

Other Creators