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क्या शिरब्दल की गिरिफ्तारी आपकी जीत हैं तो फिर हम ऐसा हारेंगे कि तुम्हे अपनी जीत पर रश्क आएगा एक नहीं कल हदारों शिरब्दल और पेदा होंगे उनका क्या करोगे एक मूसा कू डूनने में फिरोन ने कितने बच्चों का कतल करवाय था क्या मिला था उसे, आपको क्या मिलेगा ये मेरे रब का बादा है कि जीत हक और सच के होई हक हमेशा गालिब रहेगा आज नहीं तो कल, कल नहीं तो परसो अगर आज हम पर इमतिहान है तो कल तुम्हारा भी होगा आज जो हम रोना या रोते हैं कल तुम्हे ये रोना आएगा लेकिन हम सुनेंगी नहीं याद रखना कि आज आग जो पेली हुई है उसकी आखरी चिंगारी आपकी दलिस तक आजेगी इन्शाल्ला ये है मेरा इमान और ये है मेरे रब का बादा