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जिन्दगी की कटनायों से भाग जाना आसान होता है। जिन्दगी में हर पहलों इम्तहान होता है। डरने वाले को नहीं मिलता कुछ जिन्दगी में लडने वालों के कदमों में जहान होता है। बारिस की बूंदे भले ही छोटी हो लेकिन उनका लगतार बरसना बड़ी बड अच्छी यादे पेंड्राइब में और बुरी यादे दिल में रहते हैं। मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमें जितना फिक्स हो। क्योंकि जितनी का मज़ा तब है जब हाने का रिस्क हो। पीठ हमेशा मजबूत रखना चाहिए। क्योंकि साबाशी और धोखा दोनों पी� जल भी निकलेगा। ना हो मायूस ना घवडा अंधेरों से मेरे साथी इनी रातों के दामं से सुनहरा कल भी निकलेगा। जीवन में गिरना भी अच्छा है आवकात का पता चल जाता है। बढ़ते हैं जब हाथ उठाने को तो अपनों का पता चल जाता है। जीवन की सबस याद रखे हमारी ऐसी फितरत नहीं। लोग हमारा चहरा देखके अपनी फितरत बदल ले ऐसी हमारी फितरत नहीं। शायद ये चहरा मेरा नहीं है लेकिन कुछ चहरे देखकर मुझे मेरा चहरा बदलने का मन करता है। जब रास्तों पर चलते चलते मंजिल का ख्याल ना � जब रास्तों पर ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल न ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्याल ना ख्या अपने आप में भी जुनून आ जाता है। लख का तो पता नहीं लेकिन अउसर जरूर मिलती है महनत करने वालों को।