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If we eat too much salty food, it's a problem. If we eat too much sweet food, it's a problem. If we take too many baths, it's a problem. Even if we speak too much, it's not good. If everything is in balance, it will be fine. Humans often go to extremes and then regret it. We think that if we do more, everything will be fine, but that's where we make mistakes. If you want to stay with someone for a long time, or if you want to maintain balance in a relationship, don't go to extremes. It won't be good, and even closure won't be right. अगर हम अधिक नमकीन खा लें तो समस्या, अधिक मीठा खा लें तो समस्या, अधिक नहा लें तो समस्या, अधिक बोलने लग जाएं तो भी ठीक नहीं, अगर सारी चीज़े बैलेंस में हो रहे हैं, आज का टौफिक है अती, किसी भी चीज़ की अती कहते हैं ठीक � होंगी, तो सब कुछ सही ही होगा, मनुस्य अखसर ज़्यादातर चीज़ों में अती कर देता है, और फिर बादमें पच्चताता है, और कहता है इतना नहीं करना चाहिए था, या सायद कुछ ज़्यादा ही हो गया, मेरे ख्याल से ऐसा हम तब करते हैं, जब हम ज़्यादा और लगता है सब चीज़ ठीक होगे, और यहीं पर हम मात खा जाते हैं, अगर आपको किसी व्यक्ति के रूप में, अगर आपको किसी व्यक्ति के साथ भी लम्मे समय तक सही तरीके से रहना है, या आपके बीच में जो कुछ चल रहा है, उसे बैलेंस करती रखो, विवार में बिलकुल भी अतीम मत करो, सही नहीं होगा, जाला क्लोजिंग भी ठीक नहीं होती.