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At the end of the day, after finishing all tasks, take some time to mentally clear any complexities or impurities within yourself. Sit comfortably, close your eyes, and focus your attention on the back of your head, imagining that all complexities and impurities are being released from your entire physical body as smoke or steam. Don't think about anything that you want to get rid of, just let everything flow out. Approach the process of cleansing with patience, trust, and confidence. Use your willpower as needed. Continue this process for about 20 minutes, as the complexities and impurities gradually leave, you will start to feel a sense of lightness and emptiness, as a holy stream from a divine source enters and fills that emptiness. This holy stream helps remove complexities and impurities, and as they leave, you begin to experience simplicity and purity. This holy stream enters every cell and every corner of your body. Your entire body is now feeling the sensation of purity and is सफाई दिन के अन्त में सभी कारियों की समाप्ती के पश्चाद शाम को कियाती है इसमें आप मानसिक रूप से अपने भीतर की जटिल्ताओं और अशुध्यों को साफ करते हैं आराम से बैठ जाए और खल्के से अपने आखें बंद कर लें अपना ध्यान पीठ की ओर ले जाए सिर के ऊपर से लेकर नीचे रीड की निचली हड़ी पक कल्पना करें कि सभी जटिल्ताओं और अशुध्यों धुमे के रूप में पूरे शारीरिक सनचना से बाहर निकल रही है या धुमा पूरे पीठ से तेजी से बाहर निकल रहा है किसी भी ऐसी खटना या ऐसी चीज के बारे में ना सोचें जिससे आप छुटकारा पाना चाहते हैं बस सब कुछ निकल जाने दें धीरे से तूरे भरोसे और आत्मविश्वास के साथ सफाई की प्रक्रिया में तेजी लाएं आवशक्ता अनुसार अपनी इच्छा शक्ती का इस्तेमाल करें इस प्रक्रिया को लगभग 20 मिनट तक करते रहें जैसे जैसे जटिल्ताएं और अशुद्धियां बाहर निकलती जाती हैं आप हुदे में हलकापन महसूस करते जाते हैं जिससे शुन्यता बनती जाती है एक पवित्र धारा दिव्य स्रोत से आपके हुदे में उतर कर उस शुन्यता को भरती जा रही है यह पवित्र धारा जटिल्ताओं और अशुद्धियों को हटाने में आपकी मदद कर रही है जटिल्ताएं और अशुद्धियां जब निकल जाती हैं आप सहजता और पवित्रता की अनुभूति करने लगते हैं यह पवित्र धारा हर कोशिका में और शरीर के हर एक कोने में प्रवेश करती जा रही है आपका संपूर्ण शरीर पूरी तरह से शुद्धता को महसूस कर रहा है और वह अब पूरी तरह पवित्र हो गया है