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अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने � अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने अपने परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार परवार प ये बाया मेरेट जाता है मेरेट हरी देखता हूँ कोई जा रहा है तो भैनों से पूछता हूँ कोई जा रहा है अब कोई कहेगा तो फिर देखेंगे क्योंकि मेरी भैन का लड़का भी विमार है न वो भी शैन ना जाये उसके पैड़ में आजिए और क्या कर रहे हूँ कोल्ड बहुत लगा हूँ वो डाल चीनी और लैशी पिया था आज गला खराब हो गया डाल चीनी खटी होती है क्या उसके बाद दवाई खाई अच्छा यह सब गले के लिए होती है ज़्यादा अच्छा कोल्ड ठीक नहीं हो रहा चाय दो बार पीली और सब ठीक है अब तो चार्ज हो जाएगा मुबाईल टिकेट बहुत कॉष्टली हो गया है ना पांट पांच रुपे की तो टिकेट ही हो गया है कैब की यहां से हरिदुआर पांच रुपे की और साड़े तेरा सौर पे है तो सिम्पल जो स्लीपर होता है ना वो भी साथ सो साथ सर पे की हो गया अब ट्रेन के स्लीपर तो आब बुकिंग का कोई सोचो ही मत कि स्लीपर कभी बुकिंग हो जाएगा पहले तो स्लीपर बुक हो जाते थे दो दिन तीन दिन की पहले अब ततकाल है शाथ सो आठ सो ऐसे रेट है मलग घ्यारा सो देना नहीं होगा तीन आजार आजार है खर्च हो जाएगा मलग किसी को घ्यारा सो अगर हमने गिफ्ट देना है तो तीन आजार आजार है हमारा अपना खर्च हो जाएगा मैं तो बाईक पर जा सकता हूँ लेकिन चलाने नहीं चलता है बाई कित्ती दूर चला घर वाले दिल्ली से रो तक तक चला जाता है दिल्ली तक भी चला गया बाईक पर यह है साड़े पीन सो किलमेटर दिल्ली तो धाई सो किलमेटर है चादी पर बाईक पर दिल्ली पर एक बाईक छोनने गया था पाइदा नहीं होता बाईक पर न थंड बहुत है तो वैसे गुमने जाना हो तो लड़कीज होती है सब बड़ी बड़ी गाड़ियों पर आते हैं आजकल आजकल बस और ट्रेन पर वैसे इंसल्ट होती है जटक गाड़ी अफ़ोर्ड न कर सको न आप तो तो कोई साइदा नहीं होता अब दिल्ली गया अब देखो कितना समान � तो चोटी गाड़ी में दिक्कत होती है ये प्रॉलम है हाँ क्या बनागा क्या बनागा हाँ हाँ हाँ