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हलो दोस्तुं आज जो नक्वा में आपके सामने पेश करने जा रही हूं उसका टाइटिल है दिल ने फिर याद किया फिल्म का नाम है दिल ने फिर याद किया संगीतकार है सोनिक ओमी घीतकार है जी एल रावल गायक हैं मुहम्मद रफी साहब, मुकेच साहब और सुमन कल्यानपुर जी अगर आपको नगमा पसंद आए तो प्लीज लाइक, सब्सक्राइब और शेर कीजियेगा दिल ने फिर याद किया बर्फ सी लहराई है दिल ने फिर याद किया बर्फ सी लहराई है फिर कोई चोट महावत की उभर आई है दिल ने फिर याद किया वो भी क्या दिल थे हमें दिल में बिठाया था कभी और हस हस की गले तुम में लगाया था कभी खेल ही खेल में क्यों जान पे बन आई है फिर कोई चोट महावत की उभर आई है दिल ने फिर याद किया क्या बताए तुम्हें हम चम्मा के खिसमत क्या है गम में जलने की सिवा और महावत क्या है ये वो गुलशन है के जिसमें न बहाराई है फिर कोई चोट महावत की उभर आई है दिल ने फिर याद किया हम वो परवाने हैं जो शम्म का दं भरते हैं होस की आग में खामोश जला करते हैं आह भी निकले तो ये प्यार की रुस्वाई है फिर कोई चोट महावत की उभर आई है दिल ने फिर याद किया शुक्या