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ये कहानी है उस नैना की जो बहुत प्यारी, सीधी और अपने बिवाने से मिलकर पूरी हो जाती है। मा, मैं मनाली जा रहे हूँ, मैं ठक गई हूँ इस पूरिंग जिंदगी से. बाई मा, बाई. तुम, तुम्हें नहीं पैशानता मैं। अरे बनी, मैं वही चश्मिश, तुम्हारे साथ मनाली आ रहे हूँ, यादे स्कूल वाली नैना? नैना के लिए उस ट्रें में सब अजनभी थे। ये चांग सराशक चला, रूपों का लंग सचला, ये चीज़ के लिए आगली, कोई आधेन में क्या लागा? आधीस करूँ क्या उसकी, जिस में तुम्हें पैशानता मैं। हे बोईज, तो मुझे बताओ, क्या कभी किसी को फ्यार हुआ है? हर रोज। ओ रेली बनी, अच्छा छोड़ू, क्या किसी ने कभी पैसे चुराया है? डेली, अरे यार नैना, इतनी बोर मत बनो। नहीं मैनी, मैं तख गई हूँ, तुम सब खेलो, मैं बुक रीट कर लूँगे, बाइब। हेलो मम्मा, मैं मनाली में चुराया हुआ हूँ, और मैं उसके लिए मार्केट में चुराया हूँ, बाइब। और लड़की, क्या कर रही हो इतनी भीर में, हमारे पास भी आ जाओ। अरे ओई तश्मिश, मैं बनी, आजा, पार्टी कलते हैं। मैं नहीं आना चाहते बनी पार्टी में, मेरी विंदगी तुम से बहुत अलग है। ओए, जो तो इतनी स्टेंगेस के साथ अकेली आई है न, उसके लिए गट सही है। एक दिन कभी जो खुद को तराशे, मेरी नज़े से तु ज़रा, अगों से तेरी क्या-क्या छुपा है, तुझ को दिखाओ मैं ज़रा। एक अनकही सी दासता, दासता, कहने लगेगा आईना, सुभारल्ला, जो हो रहा है, पहली दपा है बल्ला, ऐसा हुआ सुभारल्ला, जो हो रहा है, पहली दपा है बल्ला, ऐसा हुआ सुभारल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो ह हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो रहा है बल्ला, जो हो र उनके हिसाब से लाइफ टाल चावज पोड़ना होनी चाहिए और वो बन टाल चावज पाम हैट तो स्टी मामा मंगी कबाद पोड़ आपका इसमें जो होनी चाहिए यो है लेखे लेखे वो बंबाई की बारी है और इसमें जो होनी का जो होनी के साथ लेने का अदम नहीं बज़ाए अब आप समझ ही गए होगी है जो कहानी आपको मनाली के सुनाई थी न याद है वो मनाली के ट्रेकिंग वाली जो वो रेलवे पर जाते है शिनाया आटी वो वनी कहानी जी बात करती है वहाँ पर उन दोनों को एक दूसरे के साथ इश्क हो जाता है इश्क ज्याज वर्व वो भी सच्चा क्या है तो भी तुम ज़रूर हो जियाज उसके कहाने के लिए नोबर पढ़ी करें और पढ़ भी रहे हैं लेकिन खुश ही इस बात की है दिखे उन दोनों को एक दूसरे का सच्चा प्यार तो मिला अब तो आप समझ ही करूँगे मैं उनकी बीटी अरे दादी आई मैं एक साथ से लेगे आप अखेल ही बढ़ जाना तब तक के लिए मैं बाई कहती हूँ लेकिन मेरी बात याच रहे हूँ इस सच्चा प्यार बहुत कम लोग हूँ इस में एक मेरे ममा बाब तब तक के लिए अगले दाद और उनकी प्यार की कहानिया तो मैं आपको सनाती हूँ बाई बाई