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रवही तो हो गई के फूले खिलते कई आपकी आँगों में क्या किसा लिए खिलते हैं करीगी आँगे खाँगी आँगे आपके आँगार ले आपकी आँगों में कुछ महिंगे हुए से राज ले आपने की कुछ सूरत आपके हंदार ले आपके आँगों में कुछ आपकी बादों में से कोई शराप रत तो नहीं बेहराब ताही पगएना आपके आँग तो नहीं आपकी मनमाशियों की ये ले आँगार ले आपके आँगों में कुछ महिंगे हुए से राज ले आपने की कुछ सूरत आपके हंदार ले आपके आँगों में कुछ