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bhabgarh story

bhabgarh story

Nishant Shawarn

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The Bhhangarh Fort in Alwar district, Rajasthan is famous for its haunted and mysterious stories. It was built by Raja Madho Singh in Solami Satapadi. The fort was prosperous until a curse turned it into a haunted place. People have reported paranormal activities and strange sightings in and around the fort, including ghostly voices and unexplained lights. Many believe that the fort is inhabited by supernatural beings and is a center of paranormal activity. The stories of Bhhangarh Fort continue to intrigue and fascinate people, reminding us of the mysteries and wonders of our world. राजस्थान के अलवर जिले में स्थित भानगड किला अपने भूतिया और रहस्यमाई कहानियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। यह किला सोलमी सतापदी में राजा माधो सिंग दौरा बनवाया गया था, जो आमेर के राजा भगवन दास के छोटे भाई थे। भानगड एक समय में समरिद और खुसाल राज हुआ करता था, लेकिन एक तांत्रिक के सराप ने इसे भूतिया बना दिया। इस कहानी को जानने के लिए हमें उस समय में वापस जाना होगा जब भानगड का निर्मान हुआ था। नमस्कार दोस्तों, मैं निशानत और स्वा� जादूगर व्यक्ति था। उसने अपनी साद्नाओं और तंत्रमंत्र से कई असाजारहं सक्तियां हासिल की थे। तांत्रिक की नजर भानगड की सुंदर राजकुमारी रतनावती पर पड़ी, जो अपनी अद्भुत सुंदर्ता के लिए दूर दूर तक प्रसेद थे। उसने इस इत्र को एक दिन तांत्रिक ने राजकुमारी के लिए बाजार से इत्र मंगवाया और उसमें जादूई तेल मिला दिया। उसने यह इत्र एक दासी के माध्यम से राजकुमारी को भेट स्वरुग भिजवाया। लेकिन राजकुमारी को तांत्रिक की चाल का प जैसे ही इत्र का तेल पथथर पर गिरा पथथर तांत्रिक की ओर लुड़कता हुआ आया और उसे कुछल दिया। मरते समय तांत्रिक ने स्राप दिया कि भानगड जल्दी नष्ट हो जाएगा और वहाँ के सभी लोग मारे जाएगे। तांत्रिक की स्राप का असर कुछ समय बाद ही दिखाई देने लगा पडूसी राज अजबगड के साथ युद्ध हुआ और भानगड के सारे निवासी मारे गए। पूरा भानगड किला और सहर खणणर में तबदील हो गया। इस स्राप के कारण भानगड की खुशाली खत्म हो गई और यह किला भूतिया और रहसमाई बन गया। भानगड किले के आसपास के गाउं के लोग इस किले की भूतिया घटनाओं के बारे में बहुत सी कहानिया सुनाते हैं। एक गाउवाले ने बताया कि एक बार उसकी भैस किले के पास चर रही थी। साम होते होते वह भैस किले के अंदर चली गई। अगले दिन सुभा जब वह अपनी भैस को ढूंडने गया तो उसने देखा कि उसकी भैस किले के अंदर मृत पड़ी थी। उसकी आँखें खुली हुई थी और ऐसा लग रहा था मानू उसने कुछ बहुत ही डरावना दे उनके अनुसार किले के अंदर तांत्रिक सिंधु सेवडा की आत्मा भड़कती है और वा किसी को भी नुखसान बोचा सकती है। कई बैज्ञानिक और भूदप्रेट के सोचकर्ता भी भानगड किले की रहस्चमाई घटनाओं की जाज करने के लिए आये हैं। उन्होंने अपने उपकर्णों के माध्यम से कई अजीव घटनाओं को रिकॉर्ट किया है। कुछ ने किले के अंदर उर्जा के उच्छी स्थर की तरंगे महसूस की जब कि कुछ ने वहाँ अचानक थंडख का एसास किया है। यह सभी घटनाएं इस किले को और भी रहस् अजीव गरीब चिन और निसान पाए गए हैं जिनने देखकर लगता है कि यहां किसी परकार की तांत्रिक क्रियाएं की गई होंगे। भानगड किले की मुक्की अमार्थों में से एक जो अब खंढर में तबदील हो चुकी है में अक्सर रात के समय अजीव आज़... कई लोगों का दावा है कि उन्होंने वहाँ रात के समय किसी महिलाओं किले के अंदर कई जंगों पर अजीवों गरीब चिन और निसान पाए गए हैं जिनने देखकर लगता है कि यहां किसी परकार की तांत्रिक क्रियाएं की गई होंगे। भानगड किले की मुक्य इमारतों में से एक जो अब खंड़र में तबदील हो चुकी है में अक्सर रात के समय अजीव आवाजें सुनाई देती है। कई लोगों का दावा है उन्होंने वहाँ रात के समय किसी महिलाओं की चीक सुनी है। किले के पास के जंगल में कई बार लोगों ने अजीव घटनाओं का अनुभक किया है। कुछ लोगों का कहना है कि उन्हें रात के समय किले के पास जलते हुए दीपक और चलती फिरती छायाओं को देखा है। ये छायाओं अक्सर किले की दिवारों पर और खंडरों के बीच में दिखाई देती है। इन गटनाओं के कारण लोग किले के पास जाने से भी डरते हैं। भानगर किला आज भी परियतकों और रहस्य प्रेमीयों के लिए एक आगर्सन का केंदर है। लोग यहां दिन के समय किले की सुंदर्ता और उनकी एतिहासिकता को देखने आते हैं लेकिन रात होते ही यक किला वीरान और खाफनाक हो जाता है। किले के अंदर की हवाएं और तूटी फूटी इमारतें उस समय की भयानक घटनाओं की कहानी कहती है। यक किला हमें हमें याद दिलाता है कि कुछ रहस्य और घटनाएं भिज्यान और तर्ख से परे होती है। भानगर किले की भूतिया कहानियों को और भी प्रमानिकता तब मिली जब एक बार भारती पुरातत्तु सर्वेक्षन एसाई के कुछ अधिकारी किले के अध्यन के लिए वहां गए। उन्होंने वहां रात बिठाने का निर्ने लिया लेकिन अगली सुभा उनमें से कुछ अधिकारी अजीबों गरीव अनुभवों के बारे में बताने लगे। उन्होंने कहा कि रात के समय उन्हें किसी अध्रिश्य सक्ती का एसास हुआ और उन्हें लगा कि कोई उन्हें � भानगड किले के आस्पास के गौँ में कई बार अजीब घटनाएं घट चुकी है। एक गौँवाले ने बताया कि एक रात उसने किले के पास से अजीब सी रोसनी देखी। जब उसने करीब जाकर देखा तो वहां कुछ भी नहीं था। वह यह समझ नहीं पाया कि अखि इस किले की भूतिया कहाणियों का एक और उधारन उस समय सामने आया जब एक फिल्म की सूटिंग के दोरान वहां अजीब घटनाएं घटने लगी। फिल्म की टीम ने रात के समय किले के अंदर सूटिंग करने का निर्ने लिया। सूटिंग के दोरान उनके कैमरे खुद बखुद बंध हो गए और लाइट्स अचानक बुज़ गई। टीम के कुछ सदर्श से अचानक ही बेहूस हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाना � लेकिन अधिकतर लोग सूभा होते हैं वहाँ से भाग खड़े होते हैं। उनके अनुसार रात के समय किले के अंदर का महाल बहुत ही भायावा और डरावना होता है। उन्हें ऐसा लगता है जैसे कोई अध्रिश्य शक्ती उनके पीछे पड़ी हो और उन्हें वहाँ से � भाग किले की सच्चाई को लेकर कई सवाल भी खड़े हुए। क्या भाँगर किले में वास्तब में भूत है। क्या यहाँ पर किसी तांत्रिक की आत्मा घूंदती है या फिर ये सिर्फ लोग कथाएं हैं जो लोगों की मनो-बज्ञानिक और भुतकी अवस्था के कारण उत्पन होती है। इन सवालों का जवाब शायब कभी नहीं मिलेगा लेकिन भाँगर किले की कहानियों ने इसे एक रहस्यमाई और अनूठे हस्थान के रूप में बनाया है। चाहि ये किला वास्तब में भूतिया हो या फिर सिर्फ एक अजीव और रोमांचक कहानी हो लेकिन उसके महतपूर्णता और प्रतीक्ता को कोई नहीं नकार सकता। इस रहस्यमाई किले की कहानी ने हमें यह सिख्षा दी है कि जिंदगी में रहस्यों को सुईकार करना और उनके साथ जीना हमारी आत्मा को और भी गहरा बनाता है। भानगर किले की रहस्यमाई और भूतिया कहानी हमें याद दिलाती है कि हमारी दुनिया अद्भूत और अनूठी है। उमीद करता हूँ आप सब को ये वीडियो पसंद आया होगा। वीडियो पसंद आया तो चैनल को सब्सक्राइब और वीडियो को एक लाइक करके जर�

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