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इस कल्यूग में भक्ती की प्रक्रिया भौतिक वाद से मुक्त होने का एक मात्र तरीका है. भक्ती केवल परम भगवान के शुद्ध भक्त की संगती से ही प्राप्त की जा सकती है. विशेश रूप से ऐसे भक्त से कृष्ण कथा, भगवान कृष्ण की कहानिया और शिक्षा श्रीमत भागवत इतना शक्तिशाली है की इसने शुक्देव गोस्वामी, एक आत्मसाक्षात कारी आत्मा, जो पूरी तरह से ब्रह्म में लीन थे, के हरदय को मोहित कर लिया. सब कुछ त्यागने के बावजूद शुक्देव गोस्वामी श्रीमत भागवत को नहीं छो� जीवन और आत्मा माना जाता है. भगवान चैतन्य महा प्रभुने स्वयम इसे बेदाक कहा था और इसे अपने प्रिय सहयोगी श्री गदाधर पंडित से सुना था. श्रीमत भागवत को सुनना भक्ति सेवा की आवश्यक प्रक्रियाओं में से एक के रूप में सूची ब� श्रीमत भागवतम को संयुक्त राज्य अमेरिका में ले गए और इसका उप्योग भगवान कृष्ण की शिक्षाओं को फैलाने के लिए किया. उन्होंने श्रीमत भागवत पर अपने अभिप्राय को अपना भावनात्मक आनन्द माना और अपने अनुयाईयों के लिए � श्रीमत भागवतम को संयुक्त राज्य अमेरिका में ले गए और इसका उप्योग भगवान कृष्ण की शिक्षाओं को फैलाने के लिए किया. उन्होंने श्रीमत भागवत को संयुक्त राज्य अमेरिका माना आनन्द माना और इसका उप्योग भगवान कृष्ण के लि� जो पहले से ही इसका अध्यान कर रहे हैं.