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Mentally strong people understand the importance of setting boundaries and prioritize their own well-being. They are not affected by criticism and value constructive feedback. They focus on their goals and don't engage in gossip or small talk. They make decisions based on their own values and don't seek validation from others. They are comfortable being alone and count their blessings daily. Gratitude and self-awareness are key traits of mentally strong individuals. लाइफ में हमें कुछ ना कुछ चालेंजेस मिलते रहते हैं। प्रोफेशनल या परस्टनल लाइफ में अगर सक्सेस्प्वल होना हैं, तो हमें इन चालेंजेस को फेस करके उपर ना आना चाहिए। और ऐसा करने के लिए हमें मेंटिली स्ट्रॉंग होना पड़ेगा। मेंटिली स्ट्रॉंग होने की क्या ट्रेट्स हैं? आईए जानते हैं। मेंटिली स्ट्रॉंग लोगों को अच्छे से पता होता है कि किस इनसान को अपनी लाइफ में कितनी एहमियत देनी है और किस के साथ कितनी बाउंडरीज सेट करनी है। किस को कितने हाथ पर रखना ह स्ट्रिप्ट बाउंडरीज सेट करके चलते हैं। ये बाउंडरीज वे किसी को लांगने नहीं देते। ऐसे लोग दूसरों की बाउंडरीज को भी रिस्टेक्ट करते हैं। मेंटली स्ट्रॉंग लोगों को अपनी अलूचना से दर नहीं लगता। कौन उनके बारे में क्या कह रहा है और किस से कह रहा है उनको इस बात की परवार नहीं होती। ऐसे लोग एक constructive feedback लेने में जरूर विश्वास रखते हैं। एवं अपने आप को improve करने में इनकी लगातार कोशिश लगी रहती है। परन्तु time wastinging gossip और small talk से ये अपने आपको कोसों दूर रखते हैं। ना तो ये किसी के बारे में gossip करते हैं और ना ही इनको अपने बारे में की गई gossip से फर्क पड़ता है। ये अपने काम पर focus करते हैं और hundred percent उसी पर dedicated रहते हैं। उन्हें हार का डर नहीं सताता। वे अपनी हार से सीख कर आगे बढ़ते हैं और अपने focus से हार को जीत में बदलते हैं। हर एक कारे को हां कह देना या फिर किसी की हां में हां मिलाना ये trait आप mentally strong लोगों में नहीं पाएंगे। वे लोग पहले खुद सोचते हैं कि यह कारे को करने के क्या फाइदे या नुकसान हैं या फिर यह व्यक्ति किस हद तक सही है और इसकी बात पर कितना भरोसा कर सकते हैं। अगर उन्हें किसी कारे को या व्यक्ति को न करना हो तो ऐसा करने से mentally strong लोग जरा भी नहीं हिच्किछाते। ऐसे लोग खुले मन से अपने दिल और दिमाग की सुनते हैं। उन्हें लाइफ को सोसाइटी या दुनिया के माईने से नहीं जीते और नहीं लाइफ को दुनिया के नजरिये से देखते हैं। उनकी choices या lifestyle को वे खुद सही गलत के तराजू में तोल कर डिसाइट करते हैं कि उन्हें अपनी लाइफ में क्या करना है और कैसे decisions लेने हैं� But overall अपने decisions वे खुद परख कर fearless तरीके से करते हैं। जाधा तर लोगों को भीड पसंद हैं। उन्हें आसपास लोगों का होना अच्छा लगता है। यह एक अच्छी बात है पर जब आपके साथ कोई नहीं होता तब ऐसे लोग अकेलापर महसूस करते हैं और दूसरों के मेंटली स्ट्रॉंग लोग अकेलेपन से नहीं घब्राते। आप notice करेंगे कि जाधा तर लोग आपके सुख में ही आपका साथ देते हैं। दुख में आप अपने आपको अकेला ही पाएंगे। मेंटली स्ट्रॉंग लोग अकेलेपन से घब्राए बिना अकेलेपन को अ� काबिल बनाते हैं। ग्राटिक्यूट एक बहुत पावर्फुल एनर्जी है। हम सबकी लाइफ में बहुत सारी चीजें ऐसी हैं जिसके लिए हम शुक्र गुजार हैं। मेंटली स्ट्रॉंग लोग रोज अपनी ब्लेसिंग्स को काउंट करते हैं और अपनी लाइफ में अपनी लाइफ की पॉजिटिव चीजों की लिस्ट को हमेशा ध्यान में रखते हैं। आप में इन ट्रेट्स मेंसे कौन से ट्रेट्स हैं या फिर इन ट्रेट्स के अलावा मेंटली स्ट्रॉंग परस्णालिटी का कौन सा ट्रेट्स हैं कमेंट करके बताएं। धन्यवा�