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अपने गोल्स को डिफाइन करना एक बहुत बड़ा स्टेप होता है तुवर्ट्स अचीविंग देम। गोल्स को डिफाइन करते वक्त मोस्ट अव दे टाइम हमारे दिमाग में आईडियाज आते हैं हाँ तू एक्सिक्यूट देम। शीतल के केस में उनके कोच उनको इन स्टेप के लिए हेल्प करने के लिए थे। आपके केस में आप एक सिंपल एक्सिसाईस फॉलो करें आप अपने गोल्स को लिखें।