Home Page
cover of Toota_Jo_Kabhi_Tara_-_Tiger_Shroff_%2C_Jacqueline___Atif_Aslam%2C_Sumedha_K___Sachin_Jigar(256k)
Toota_Jo_Kabhi_Tara_-_Tiger_Shroff_%2C_Jacqueline___Atif_Aslam%2C_Sumedha_K___Sachin_Jigar(256k)

Toota_Jo_Kabhi_Tara_-_Tiger_Shroff_%2C_Jacqueline___Atif_Aslam%2C_Sumedha_K___Sachin_Jigar(256k)

Jabran Jatt

0 followers

00:00-04:54

Nothing to say, yet

0
Plays
0
Downloads
0
Shares

Audio hosting, extended storage and much more

AI Mastering

Transcription

किसी शाम की तरह फेरा रंग है खिला किसी शाम की तरह फेरा रंग है खिला मैं रात एक तनखा तू चोंड सावला और तुझे देखता रहा किसी खाम की तरह जो अब सामने है तू और कैसे यकी बला तू ताड़ो कभी तारा सचना भे तुझे रंग से मांगा रंग से जो मांगा मिल या भे तुम मिल या कोई जाने ना दूजा भे सामर ने सुनी है फरियों की कहानी वैसा ही नूर तेरा, तेरा है तेरा रुहानी तुझे को मैं अपनी बाहों में शुपा दूँ अपनी इस समी को कर दू मैं अस्मोदी जिन्दगी रोच दू मैं अब सरे सामने पल तो पल छोड़ के तु मेरे साथ में तुझा जो कविदारा सजना भे, तुझे अग से मागा रत से जो मागा मिलिया भे तु मिलिया तो जाने न दूँगा मैं जाने न दूँगा मैं इतनी भी हसी मैं नहीं हो यारा भे मुझसे भी हसी तु तिरा के फ्यार है इतनी भी हसी मैं नहीं हो यारा भे मुझसे भी हसी तु तिरा के फ्यार है ये तेरा देरा प्यार ये जैसे फाम और दूआ अचच कर रहा है देखो मेरा पुरा तु दाजो कविदारा सजना भे तुझी रभ से मागा रभ से जो मागा मिल लिया भे तु मिल लिया तो जाने न दूँगा मैं तु दाजो कविदारा सजना भे तुझी रभ से मागा रभ से जो मागा मिल लिया भे

Listen Next

Other Creators