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पिल्ली बागर कर रहा है घड़कने मेरी सुन तुझको मैं कर लूँ हात लगी है यही भून दिन्दगी की शाक से लूँ पुछ हसी पल में चुन तुझको मैं कर लूँ हात लगी है यही भून दिल्ली बागर कर रहा है घड़कने मेरी सुन दिल्ली बागर कर रहा है घड़कने मेरी सुन तुझको मैं कर लूँ हात लगी है यही भून दिन्दगी की शाक से लूँ पुछ हसी पल में चुन तुझको मैं कर लूँ हात लगी है यही भून जो भी कितने पल जीऊं उन्हें तेरे संग जीऊं जो भी कल हो अब मेरा उसे तेरे संग जीऊं जो भी तांसे मैं भरूं उन्हें तेरे संग भरूं चाहे जो हो रास्ता उसे तेरे संग चलूं दिल की बादर कर रहा है हड़कने मेरी सुन तुझको मैं कर लूँ हात लगी है यही भून हड़कने मेरी सुन लगी है यही भून हड़कने मेरी सुन लगी है यही भून हड़कने मेरी सुन लगी है यही भून मुझको देश तू मिट जाने अब खुद से दिल मिल जाने क्यों है ये इतना पासला लम है ये फिर ना आने इनको सुना दे जाने तू मुझपे खुद को दे लुता तुझे तुझसे तोडलू कहीं खुदसे चोडलू मेरे जिसमों जावया तेरी खुशबू ओडलू जो भी तांसे मैं भरू उन्हें तेरे संग भरू चाहे जो हो रासता उस तेरे संग चलू दिल लिपादस कर रहा है हड़कने मेरी सुन तुझ को मैं कर लू हासिल लगी है यही भून बाहों में देबस जाने सीने में देख छुक जाने तुझ बिन मैं जाओं तो कहा तुझ से है मुझको पाने यादों के वो नजराने एक दिन पे हक हो बस मेरा तेरी आदों में रहू तेरे खावों में जगू मुझे ढूंडे जब सोई तेरी आखों में मिलू जो भी सासे मैं भरू उन्हें तेरे संग भरू चाहे जो हो रासता उसे तेरे संग चलू सिल्वी बादर कर रहा है धड़कने मेरी से तुझको मैं कर लू हासिल लगी है यही ढूंड आखों में जगू मिलू जो भी सासे मैं भरू उन्हें तेरे संग चलू सिल्वी बादर कर रहा है धड़कने मेरी से तुझको मैं कर लू हासिल लगी है यही ढूंड