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Nothing to say, yet
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दिल ये कांच का है पर इसके तूटने की आवाज ना किसी ने कभी सुनी है जितना भी संभव ये दिल नहीं है संभवता दर्द कैसे देखोगे तुम मेरे दिल का बारिश में आसूं का पता नहीं चलता दर्द कैसे देखोगे तुम मेरे दिल का बारिश में आसूं का पता नहीं चलता फेरी मेरी कहानी के किसे बड़े हैं तूटा है दिल दिखरे हुए हिस्से पड़े हैं आजा तो आजा है दिल में फुकारे पागर सा दिल है ये कौन सुभाले क्यों हो गए तुम मुझे से जदा प्यार सचा हर किसे को क्यों नहीं मिलता बारिश में आसूं का पता नहीं चलता बारिश में आसूं का पता नहीं चलता दिल के दर्दों की दवा होती नहीं है आँखे मेरी भी बिन तेरे सोती नहीं है मुहावत जुनू है खतम हो ना पाए मित ना सके कि जाहें हम मिल ना पाए अधूरी रही मैं अधूरा तो रहा क्या बज़ा है जो तो मझसे अब नहीं मिलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता बारिश में आँसों का पता नहीं चलता